काशी विद्वत् परिषत् के कथित अध्यक्ष, स्वयं को वेद-ऋषि बताने वाले प्रो० हरिनारायण तिवारी एवं स्वयं को तत्त्वदर्शी बताने वाले महामन्त्री राजेश्वराचार्य के पाखण्ड एवं मूर्खतापूर्ण प्रलाप के विरुद्ध निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु की कड़ी फट्कार |
46:35 पर बिभेत्यल्पश्रुताद्वेदो मामयं प्रहरिष्यति होगा, मुख से प्रवाह में “अल्पश्रुतो वेदात्” निकल गया |
काशी विद्वत् परिषत् के कथित अध्यक्ष, स्वयं को वेद-ऋषि बताने वाले प्रो० हरिनारायण तिवारी के प्रश्नों एवं मूर्खतापूर्ण प्रलाप के विरुद्ध निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु का द्वितीय वक्तव्य |
मासिक धर्म और कथावाचन के प्रकरण में धर्ममर्यादा की दुर्गति करने वाली गायिका जया किशोरी की दुष्टता पर निग्रहाचार्य की भर्त्सना। काशी विद्वत् परिषत् के कथित अध्यक्ष हरिनारायण तिवारी ने ऋषित्वविषय पर निरुत्तर होने के कारण अनर्गल प्रलाप की पार कर दी सीमा, निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु ने अपने उपसंहार वक्तव्य में क्या कहा ? मनोज तोमर से सम्बन्धित प्रकरण पर प्रेमानन्द बाबा के कथन के सापेक्ष निग्रहाचार्य का विमर्श। विधवाविवाह के समर्थक अनिरुद्धाचार्य ने सरकार के द्वारा लड़कियों की विवाहायु की न्यूनतम सीमा को बढ़ाने पर किया समर्थन, निग्रहाचार्य ने लगायी फट्कार।